भूख न लगना किडनी खराबी का लक्षण तो नहीं - Loss of Appetite is not a symptom of kidney failure

आपने कई लोगों को कहते सुना होगा कि उन्हें भूख नहीं लगती| ऐसे ही हमारे बहुत से viewers हैं जो हमें comment करके बताते हैं कि उनका वज़न लगातार घट रहा है| कोई कहता है कि “उन्हें खाने का मन ही नहीं करता, तो वहीं कुछ का कहना है कि खाना देखते ही उन्हें उल्टी-सी आने लगती है| वैसे तो गर्मी के मौसम में कई लोगों के साथ ऐसा होता है कि उन्हें भूख कम लगती है| लेकिन अगर इस दिक्कत की वजह से आप कुछ ही नहीं पा रहे हों तो ये आपकी किडनी खराबी का लक्षण भी हो सकता है|


तो चलिए जानते है कि भूख ना लगना कहीं किडनी खराबी का लक्षण तो नहीं |

जब आपको खाने की इच्छा कम होने लगती है तो इस स्थिति को भूख कम लगना कहा जाता है। इसके अलावा इस Situation को खराब भूख या भूख की कमी या फिर कम भूख महसूस होना आदि कई नामों से जाना जाता है। इसका मतलब होता है कि आपको भोजन की इच्छा या भूख उतनी नहीं लगती जितनी आपको पहले लगती थी|

कब्ज, पेट के वायरस, food Poisoning, गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के कारण भूख कम लगती है इसके अलावा गलत और अलग -अलग समय पर भोजन करना भी भूख में कमी का कारण बनता है और यहां तक कि कैंसर भी भूख में कमी संकेत हो सकता हैं|

भूख कम लगने की स्थिति के लक्षणों में भोजन की इच्छा ना होना, अचानक से वजन घटना और भूख महसूस ना होना आदि होते हैं| भोजन करने से पहले ही जी मिचलाने लगता है और आपको ऐसा लगने लगता है कि खाना खाने के बाद आपको तुरंत उल्टी आ जाएगी। आपको बता दे कि लंबे समय से भूख कम लगने की स्थिति को “एनोरेक्सिया” कहा जाता है इसके मेडिकल या साइकोलॉजिकल कारण भी हो सकते हैं। लेकिन आपको बता दें कि भूख न लगना भी किडनी खराबी का एक बड़ा लक्षण है !

जी हाँ, भूख में कमी आना है किडनी खराबी का लक्षण है

यदि आपको भूख नहीं लग रही है तो यह भी किडनी संबंधी बीमारी का शुरूआती लक्षण हो सकता है। क्योंकि किडनी यदि ठीक से काम नहीं कर रही है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में विषैले या अपशिष्ट तत्व जमा हो चुके हैं। जिसके कारण धीरे-धीरे आपकी भूख में कमी आने लगती है, इसलिए भूख कम लगना भी किडनी खराबी का लक्षण हो सकता है|

इसके साथ ही आपको बता दें कि भूख में कमी के अलावा भी किडनी के खराब होने बहुत से ऐसे लक्षण होते है जो किडनी खराबी का कारण बनते है और जिन्हें अक्सर आप सही जानकारी न होने के कारण नजरअंदाज़ कर देते है!

तो चलिये जानते है भूख न लगने के अलावा किडनी खराब होने के दूसरे कौन से लक्षण हो सकते है!

जल्दी थकावट महसूस करना

यदि आप अचानक से चलते-चलते या सीढ़ियां चढ़ने के दौरान थकने लगे तो समझ जाइए कि आपकी किडनी ठीक तरह से काम नहीं कर रही है। जो आपकी किडनी में अपशिष्ट पदार्थ के जमा होने के कारण होता है !

किडनी की बीमारी में एनीमिया की कमी के कारण भी आपकी शारीरिक थकान और कमजोरी का कारण बनता है। इसलिए हम कह सकते है कि भूख में कमी के अलावा जल्दी थकना भी किडनी खराबी का लक्षण होता है|

सोने में परेशानी या ठीक से न सो हो पाना

वैसे तो किडनी हमारे शरीर में फिल्टर का काम करती है। जो हमारे शरीर के अपशिष्ट या विषैले पदार्थों को बाहर निकालती है। यदि आपको रात में सोने के परेशानी होती है तो यह मोटापे और क्रोनिक किडनी रोग के बीच एक कनेक्शन हो सकता है !

सामान्य लोगों की तुलना में क्रोनिक किडनी रोग वाले लोगों में स्लीप एनीमिया की समस्या आम है। इसलिए भी कह सकते है कि भूख न लगने के साथ ही रात के समय सोने में परेशानी होना भी किडनी में खराबी का लक्षण हो सकता है|

बार-बार पेशाब आना

यदि आपको बार-बार पेशाब आता है तो भी यह किडनी की बीमारी के संकेत है। क्योंकि इस तरह की बीमारी में किडनी के फिल्टर Damage हो जाते हैं जिसके कारण पेशाब करने की इच्छा बार-बार होती है!

कई बार पुरुषों में यूरिनरी इंफेक्शन या बढ़े हुए प्रोस्टेट भी इसका संकेत हो सकता है। इसलिए भूख न लगने के साथ ही बार-बार पेशाब आना भी किडनी खराबी का लक्षण है|

पेशाब में खून आना

यदि आपके पेशाब में खून आता है तो इसका मतलब है कि आपकी किडनी के फिल्टर फट गए हैं और Blood Cells पेशाब में रिसाव के माध्यम से आ रहे हैं जो किडनी संबंधी बीमारी का साफ संकेत है इसलिए भूख में कमी के अलावा पेशाब में Blood आना भी किडनी खराबी का सबसे बड़ा लक्षण है!

पेशाब झागदार होना

यदि आपका पेशाब ज्यादा झागदार है तो इसका मतलब है कि आपके पेशाब के माध्यम से शरीर का प्रोटीन ज्यादा बाहर आ रहा है। पेशाब में पाया जाने वाला प्रोटिन एल्ब्यूमिन प्रोटीन होता है जो अंड़ों में पाया जाता है। इसलिए हम कह सकते है कि भूख में कमी के साथ पेशाब में प्रोटीन निकलना या झागदार पेशाब होना भी किडनी खराबी का लक्षण है!

टखने या पैर में सूजन

यदि आपके पैरों या टखने में लगतार सूजन है तो इसका मतलब आपकी किडनी की कार्यक्षमता में सोडियम प्रतिधारण हो सकता है जिसके कारण ही पैरों या टखने में सूचन रहता है। इससे ह्दय रोग, लीवर संबंधी रोग और पैर के नसों में समस्याओं को संकेत करता है।

मसल्स क्रैम्पस होना

अक्सर हमें सुबह उठते या बैठते समय लगता है कि हमारे मसल्स में क्रैम्पस आ गया है या पैर या पीठ में जकड़न के साथ तेज दर्द महसूस होता है। कभी-कभी ऐसा हुआ तो परेशानी नहीं है लेकिन यह आपको नियमित रूप से होता है तो यह किडनी संबंधी बीमारी की वजह हो सकता है।

आंखों के नीचे सूजन

पेशाब में प्रोटीन का आना एक प्रारंभिक संकेत है जो बताता है कि हमारे किडनी का फिल्टर क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे प्रोटीन पेशाब में लीक होकर आ जाता है। इससे आंखों के आसपास हल्के सूजन दिखाई देने लगते हैं। जो ये दर्शाता है कि आपके पेशाब में प्रोटीन की मात्रा का ज्यादा रिसाव हो रहा है। इसलिए डाक्टर किसी भी मरीज की जांच से पहले उन्हें यूरीन टेस्ट जरूर कराता है ताकि उसकी बीमारी को समझा जा सके।

भूख बढ़ाने के सामान्य उपाय

अब आप समझ ही गए होंगे कि भूख न लगने के साथ ही जल्दी थकान महसूस करना, सोने में परेशानी, बार-बार पेशाब आना, पेशाब झागदार होना इत्यादि किडनी खराबी का लक्षण है इसलिए किडनी से जुड़ी बीमारी को ठीक करने के लिए आप आयुर्वेदिक उपचार भी ले सकते है क्योंकि आयुर्वेदिक उपचार से किडनी को किसी भी प्रकार का साइडिफेक्ट का खतरा नहीं होता है| आयुर्वेदिक औषधियों के साथ बैलेस डाइट में फलों को लेने से आसानी से खून को बढ़ाया जा सकता है| इसलिए आयुर्वेदिक उपचार लेने से किडनी फेलियर खून को बढ़ा सकते है|

Doctor for Kidney Treatment

अगर आपकी किडनी में कोई भी समस्या है तो इसको अनदेखा न करें और अगर आप अपनी किडनी के लिए इलाज लेना चाहते हैं तो आयुर्वेदिक इलाज़ सबसे सुरक्षित है| क्योंकि आयुर्वेदिक इलाज़ में आपकी किडनी को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता, आयुर्वेदिक इलाज़ पूरी तरह प्राकृतिक है, जो अपना काम पूरा नैचुरल तरीके से करता है|

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