अगर व्यक्ति के शरीर
में स्वस्थ और साफ खून ना बहे तो व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसे में हर व्यक्ति को अपनी किडनी को हमेशा स्वस्थ रखना चाहिए ताकि उसके शरीर में
साफ़ खून बहता रहे, क्योंकि किडनी ही हमारे शरीर में बहने वाले खून को साफ करने का
कार्य करती है। वैसे तो किडनी हमारे शरीर में कई काम करती है, लेकिन उसका हमारे
शरीर में सबसे जरुरी काम है खून को साफ करना। किडनी खून में पाए जाने वाले तमाम
गैर जरुरी तत्वों को अलग कर उन्हें पेशाब के जरिये शरीर से बहार निकाल देती है.
किडनी के इस कार्य
से शरीर स्वस्थ बना रहता है। लेकिन कभी-कभी किडनी भी समस्याओं की चपेट में आ जाती
है, जिसमे किडनी स्टोन (kidney stone) सबसे आम बात है। किडनी स्टोन यानि
पथरी कैल्शियम, प्रोटीन और यूरिक एसिड जैसे कई तत्वों का एक ठोस उत्पाद होता है,
जिसका निर्माण किडनी और मुत्रपथ में हो जाता है। किडनी में पथरी होने के कारण
व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे – पेट में असहनीय दर्द होना, पेशाब
करते समय जलन और दर्द होना, बार-बार उल्टियाँ होना आदि.
किडनी को स्वस्थ
रखने के लिए व्यक्ति को कई पोषक तत्वों की जरुरत होती है जिसमे तमाम विटामिन्स,
खनिज और प्रोटीन शामिल है। अगर व्यक्ति इन सभी पोषक तत्वों को सही मात्रा में
ग्रहण करते हैं तो किडनी पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता, लेकिन अगर इनमे किसी
भी पोषक तत्व की अधिकता होने लगे तो व्यक्ति को किडनी से जुडी हुई कई समस्याएँ हो
सकती है, जिसमे किडनी स्टोन सबसे आम है। कैल्शियम और यूरिक एसिड के बाद प्रोटीन
किडनी में स्टोन होने का सबसे बढ़ा कारण माना जाता है। अगर कोई व्यक्ति अधिक मात्रा
में प्रोटीन लेता है उसको पथरी होने की आशंका अधिक होती है.
प्रोटीन से दूर रहें किडनी
स्टोन वाले:-
किडनी में पथरी होने
के बाद कई पथरी रोगी प्रोटीन का सेवन करना जारी रखते हैं, इससे रोगी को और भी अधिक
परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अक्सर यह प्रश्न पूछा जाता है कि क्या किडनी
स्टोन वाले प्रोटीन का सेवन कर सकते हैं तो हम आपको बता दें कि पथरी से जूझने वाले
किसी भी रोगी को प्रोटीन का सेवन नहीं करना चाहिए। पथरी रोगी को हर प्रोटीन के
स्रोत से दूर रहना चाहिए, क्योंकि इससे किडनी पर नकारात्मक परभाव पड़ता है, जिससे रोगी
के स्वास्थ्य में और ज्यदा गिरावट आ सकती है.
किडनी स्टोन वाले को
खास कर मांस से मिलने वाले प्रोटीन से दूर रहने की सलाह दी जाती है, इसमें रेड
मीट, पक्षियों से मिलने वाला मांस, और समुद्री भोजन (sea food) से खास कर दूरी
बनाने को कहा जाता है, क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। अधिक पशु आधारित
प्रोटीन लेने से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है, जो किडनी में स्टोन
बनने का कारण तो बनता ही है साथ ही यह पहले से हुए स्टोन की तकलीफ को बढ़ा भी देता
है। किडनी स्टोन के दौरान उच्च प्रोटोन लेने से शरीर में यूरिक एसिड स्तर का स्तर
बढ़ने से पेशाब बहुत कम आता है जिसके कारण से भी रोगी की तकलीफ बढने लग जाती है। ऐसे
में किडनी स्टोन वाले को किडनी ठीक करने के उपायों kidney thik karne ke upayon
को अपनाना चाहिए.
इसके अलावा व्हे
प्रोटीन (Whey Protein) लेने से भी किडनी में पथरी
होने की संभवना अधिक बढ़ जाती है, ऐसे में किडनी स्टोन वालो को व्हे प्रोटीन लेने
की मनाही की जाती है। दूध से चीज़ बनाते वक्त जो पानी निकलता है उसे प्रोसेस कर जो पाउडर बनाया उसे व्हे प्रोटीन कहा जाता है। इस पाउडर में प्रोटीन काफी अधिक
मात्रा में होता है, इसे मोटे तौर पर व्हे
प्रोटीन कॉन्संट्रेट के नाम से भी जाना जाता है। इस पाउडर को और अधिक प्रोसेस करने
के बाद इससे व्हे प्रोटीन आइसोलेट मिलता है, जो किडनी स्टोन बनने के खतरे को अधिक
बढ़ा देता है। व्हे प्रोटीन लेने से किडनी में स्टोन होने की समस्या होने पर अभी
मतभेद है लेकिन स्टोन होने के दौरान इसका सेवन करने से किडनी स्टोन वाले को
परेशानी जरूर हो सकती है.
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