मनुष्य के शरीर में
बहुत सारे अंग होते हैं जो कि शरीर को विकसित होने में मदद करते हैं। वैसे तो शरीर
में बहुत सारे अंग होते हैं लेकिन किडनी बाकि अंगों की तुलना में सबसे खास अंग है।
किडनी मनुष्य के शरीर में बहने वाले खून को साफ करती है और उसमे मौजूद सारे अपशिष्ट उत्पादों और गैर जरुरी रसायनों को
बाहर निकाल देती है। किडनी के इस कार्य से शरीर में रासायनिक संतुलन बना रहता है
और शरीर ठीक से विकास कर पाता है। लेकिन कई कारणों के चलते किडनी खराब हो जाती है
और व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में किडनी को जल्द से जल्द
ठीक करना बहुत जरूरी हो जाता है। आयुर्वेद के अनुसार खराब हुई किडनी को आयुर्वेदिक
दवाओं के साथ-साथ योग द्वारा बहुत आसानी से ठीक किया जा सकता है.
किडनी ठीक करने के लिए योग
(kidney thik karne ke liye yoga)
अगर किडनी रोगी
अपनी किडनी को बिना Dialysis के ठीक करना
चाहता है तो वह कुछ आसान योग कर सकता है। Kidney ke liye yoga निम्नलिखित
हैं:-
चन्द्रभेदी प्राणायाम -
- सबसे पहले किसी समतल व शांत जगह पर दरी बिछाकर उस पर सुखासन (मुस्कान के साथ) की स्थिति में बैठ जाएँ।
- अब अपनी गर्दन रीड की हड्डी और कमर को सीधा करें। ध्यान दे, कमर बिलकुल सीधी होनी चाहिए।
- अब अपने बायें हाथ को बायें घुटने पर ही रखें। और दायें हाथ के उंगूठे से दांय नाक के छेद को बंद कर दें।
- अब बायीं नाक से लंबी और गहरी सांस को भरें और हाथ की अंगुलियों से बायें नाक के छेद को भी बंद कर दें।
- अब जितना हो सके अपनी स्वास को अंदर ही रोकें।
- बाद में बायीं नाक को बंद करते हुए दाहिने नथुने से धीरे-धीरे श्वास को छोड़ दें।
- अब इसी क्रिया को कम से कम 5-10 मिनट तक करें।
अर्धचक्रासन की प्रक्रिया –
इस योगासन से शरीर
के ऊपरी हिस्से (धड़) में खिंचाव पैदा होता है और रक्तचाप काबू में आता है।
- सबसे पहले आप पैरों को एक साथ रखते हुए सीधे खड़े हो जाएँ। इस दौरान हाथों को शरीर के साथ ही रखें। इस दौरान अपने शरीर के वजन को दोनो पैरों पर समान रखे, एक तरफ झुके नहीं।
- अब लंबी साँस लेते हुए हाथों को सिर के ऊपर ले जायें, इस क्रिया के दौरान दोनों हथेलियाँ एक दूसरे के सामने हों।
- साँस छोड़ते हुए नितम्बों को थोड़ा सा आगे की तरफ धक्का दें, हल्का से पीछे की ओर झुक जाएँ, अपने हाथों को कान से सटा कर रखें।
- अब दोनों कोहनियाँ तथा घुटने सीधे रखें, सिर सीधा रखते हुये अपने सीने को छत की तरफ उठायें।
- अब साँस अन्दर की ओर लेते हुए इस अवस्था को कुछ देर बनाये रखें और फिर धीरे से वापस आ जाएँ।
- साँस छोड़ते हुए अपने हाथों को नीचे लायें और विश्राम करें।
ध्यान दें,
गर्भवती महिला इस आसन से परहेज करे।
उष्ट्रासन करने की प्रक्रिया -
- सबसे पहले आप अपने मन को शांत करते हुए, घुटनों के सहारे बैठ जाएं और कुल्हे पर दोनों हाथों को रख लें। इस दौरान ध्यान रखें की घुटने कंधो के समानांतर हो तथा पैरों के तलवे आकाश की तरफ हो।
- अब एक गहरी सांस लेते हुए मेरुदंड (SPINAL CORD) को पुरोनितम्ब (ANTECEDENT) की ओर खींचे जैसे कि नाभि से खींचा जा रहा है। ऐसा करते हुए गर्दन पर बिना दबाव डालें तटस्थ बैठे रहें और इसी स्थिति में आराम-आराम से ध्यान लेते रहें।
- सांस छोड़ते हुए अपने प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं।
- हाथों को वापस अपनी कमर पर लाएं और सीधे हो जाएं।
इस आसन को करने
से रीढ़ की हड्डी तो मजबूत बनती है साथ ही उच्च रक्तचाप, सूजन और बदन दर्द जैसी
समस्याओं से भी राहत मिलती है।
धनुरासन करने की प्रक्रिया –
- इस आसन को करने से पहले आप बिलकुल तनावमुक्त होते हुए एक दम शांत अवस्था में आ जाए। अब आप पेट के बल लेट जाएं और पैरो मे नितंब जितना फासला रखें और दोनों हाथ शरीर के दोनों ओर सीधे रखें।
- घुटनों को मोड़ कर कमर के पास लाएँ और घुटिका (Esophagus ) को हाथों से पकड़ें।
- एक गहरी श्वास भरते हुए छाती को ज़मीन से उपर उठाएँ और पैरों को कमर की ओर खींचें।
- चेहरे पर मुस्कान रखते हुए सामने देखिए। इस दौरान किसी प्रकार की चिंता ना लें, कुछ सुखद ही सोचे।
- अपना सारा ध्यान सांस पर रखे हुए, आसन में स्थिर रहें, अब आपका शरीर धनुष की तरह कसा हुआ हैl
- लम्बी गहरी श्वास लेते हुए, आसन में विश्राम करें।
- कुछ देर बाद, सांस छोड़ते हुए, पैर और छाती को धीरे धीरे ज़मीन पर वापस लाएँ और अब घुटिका को छोड़ेते हुए कुछ देर के लिए विश्राम करें।
- योग खाली पेट ही करें
- योग करते समय शरीर को ज्यादा कष्ट ना दें
- योग करने का स्थान साफ-सुथरा और शांत भरा हो
- योग करते समय ढीले कपड़े ही पहने
- योग के दौरान मन को शांत रखे
कुछ किडनी रोगी
योग करने की हालत में नहीं होते, ऐसे में किडनी रोगी को kidney sahi karne ke upayo को अपना सकते हैं :-
Blood pressure को काबू रखे - High blood pressure किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण है, इससे किडनी पर दबाव
बढ़ने लगता है, जिसके कारण kidney की कार्यक्षमता कम होना शुरू हो जाती है और
धीरे-धीरे किडनी खराब हो जाती है। ऐसे में किडनी रोगी को अपना blood pressure काबू
में रखना चाहिए ताकि वह जल्दी से ठीक हो सके।
Diabetes को काबू रखे – Diabetes होने के कारण किडनी खराब होने की आशंका सबसे ज्यादा बढ़ जाती है। Blood sugar level की मात्रा बढ़ने के कारण किडनी को उसे फ़िल्टर
करने में अधिक कार्य करना पड़ता है। जिसके कारण किडनी पर दबाव बढ़ता है और समय के
साथ किडनी खराब होना शुरू हो जाती है। इसलिए किडनी रोगी को अपने Blood sugar level को काबू में रखना चाहिए, जिससे वह जल्द से
जल्द ठीक हो सकता है।
0 Comments