9 Summer Tips Creatinine कम करने के लिये

दोस्तों, गर्मियों का मौसम आते ही भूख में कमी आने लगती है| एक तो चिपचिपी गर्मी और ऊपर से तेज़ धूप ऐसे में खाने का बिलकुल भी मन नहीं करता है| ठीक ऐसा की हाल उन लोगों का भी होता है, जो क्रिएटिनिन के बढ़ते लेवल को कंट्रोल नहीं कर पाते| Summer में क्या खाया जाए, कुछ समझ में नहीं आता|


एक तो गर्मियों के मौसम में वैसे ही कुछ खाने का मन नहीं करता और ऊपर से क्रिएटिनिन का लेवल बढ़ने से परेशानी और बढ़ जाती है क्योंकि अधिकतर लोगों को ये नहीं पता होता कि summer में क्रिएटिनिन को कम करने के लिए क्या खाना चाहिए|

तो चलिये जानते हैं ऐसी 9 summer tips क्रिएटिनिन कम करने की|

9 summer tips क्रिएटिनिन कम करने से संबन्धित सुझावों को जानने से पहले आपका ये जानना जरूरी है कि क्रिएटिनिन क्या होता है? और क्रिएटिनिन बढ़ने से आपके स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है? आपको बता दें कि क्रिएटिनिन शरीर में केमिकल वेस्ट प्रोडक्ट होता है, किडनी क्रिएटिनिन को खून से फिल्टर कर अंत में पेशाब के जरिए बाहर निकाल देती है|

हालांकि, कभी-कभी, क्रिएटिनिन का लेवल शरीर में बढ़ जाता है और ये किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत होता है लेकिन हाई क्रिएटिनिन लेवल बताता है कि आपकी किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रही है| बेकाबू क्रिएटिनिन का लेवल किडनी रोग की निशानी भी हो सकता है| शरीर में क्रिएटिनिन लेवल को फिल्टर करने और काबू रखने में किडनी मदद करती है|

क्रिएटिनिन का लेवल उम्र, लिंग, ज्यादा प्रोटीन का सेवन और शरीर का आकार की वजह से हर शख्स में अलग-अलग होता है| अच्छी सेहत और क्रिएटिनिन लेवल को काबू रखने के लिए सुनिश्चित करें कि किडनी सही तरीके से काम करती रहे|

तो चलिये अब जानते है summer में ऐसी कौन-सी 9 tips को फॉलो करने से आप बढ़ते क्रिएटिनिन को कम कर सकते है!

1st summer tips है लाइफ़स्टाइल में बदलाव करना

अपने फ्लुइड इनटेक यानि तरल पदार्थों के सेवन पर ध्यान रखें.......

जैसे कि आपको दिनभर में 250 ml (8-oz) यानि लगभग 8 ग्लास पानी पीना चाहिए। डिहाइड्रेशन की वजह से सच में आपका क्रिएटिनिन लेवल को बढ़ सकता है, इसलिये आपका हमेशा हाइड्रेटेड बने रहना बेहद जरूरी है।

  • जब आपके शरीर में भरपूर पानी नहीं रहता है, तब आप कम पेशाबभी प्रोड्यूस करते हैं। जैसे कि, पेशाबके जरिये ही क्रिएटिनिन शरीर से बाहर निकलता है, इसलिये ऐसे में पेशाबमें कमी की वजह से इस टॉक्सिक (Chemical Waste Product) का भी बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है|
  • वहीं दूसरी तरफ, ज्यादा पानी पीने से भी आपकी किडनी के फंक्शन्स पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ते हैं। बहुत ज्यादा पानी पीने की वजह से ब्लड प्रैशर बढ़ सकता है और बढ़ा हुआ ब्लड प्रैशर किडनी के ऊपर दबाव बना सकता है।
  • आपके डाक्टर की ओर से आपको इन्सट्रक्शन न मिले जाने पर भी बेहतर रहेगा, कि आप हाइड्रेटेड तो बने रहें, लेकिन जहाँ तक हो सके फ्लुइड बहुत ज्यादा मात्रा लेने से दूर ही रहें।

अपने एक्टिविटी के लेवल पर जरा रोक लगाएँ: जब भी आपका शरीर बहुत जोरदार एक्सर्साइज़ करता है, तब ये काफी तेज़ी से फूड को एनर्जी में कन्वर्ट करता है। जिससे की वजह से, और ज्यादा क्रिएटिनिन फॉर्म होता है, जिसकी वजह से ब्लड में क्रिएटिनिन की मात्रा बढ़ जाती है|

एक्सर्साइज़ से भी आपकी पूरी हैल्थ पर काफी खास असर पड़ता है, इसलिए आपको इसे अपने रूटीन से पूरी तरह से बाहर भी नहीं निकालना है। हालांकि आप अभी हाइ इंटेन्सिटी एक्सर्साइज़ की जगह पर लो इंटेन्सिटी एक्सर्साइज़ चुन सकते हैं। रनिंग, वेट लिफ्टिंग करने या बास्केटबाल खेलने के बजाय, वॉक करके या योगा प्रैक्टिस करके देखें।

2nd summer टिप्स है क्रिएटिनिन टेस्ट के काम करने के तरीके को समझना: -

एक क्रिएटिनिन टेस्ट से पता चलता है, कि आपके ब्लड में कितना क्रिएटिनिन मौजूद है।

  1. आपके डॉक्टर(consult Doctor) शायद आपका क्रिएटिनिन क्लीयरेंस टेस्ट भी परफ़ोर्म कर सकते हैं, जो आपके पेशाब(Urine) में मौजूद क्रिएटिनिन की मात्रा का पता लगाएगा। ब्लड में क्रिएटिनिन की मात्रा बहुत कम मौजूद होनी चाहिए और आपके पेशाब(urine)में इसे ज्यादा होना चाहिए।
  2. यह सभी टेस्ट सिर्फ आपकी किडनी की हैल्थ के बारे में एक "अंदाजा" दिला देते हैं। ये सिर्फ पिछले 24 घंटे के अंदर एक बार लिए हुए सैंपल के आधार पर-आपके ब्लड में और आपके पेशाबमें मौजूद क्रिएटिनिन की मात्रा के बारे में जानकारी देते हैं।

3nd summer tips है हर्बल रेमेडीज़ का इस्तेमाल करना

हर्बल टी क्रिएटिनिन लेवल को कम करने में बहुत फायदेमंद मानी जाती है। आप नियमित रूप से हर्बल टी का सेवन कर इसे संतुलित कर सकते हैं। हर्बल टी का सेवन करने से आपके ब्लड में मौजूद क्रिएटिनिन को फिल्टर करने में सहायता मिलती है और इसके सेवन से आपको पेशाब भी ज्यादा होता है|

इससे किडनी आसानी से क्रिएटिनिन को फिल्टर कर पेशाब तक भेज देती है। आप तुलसी के पत्ते, पुदीना, शहद और अदरक को मिलकर आसानी से हर्बल टी बना सकते हैं। रोजाना चाय की तरह इसका सेवन करने से फायदा मिलता है।

  1. रोजाना लगभग 250ml (8-oz) तक हर्बल टी का सेवन जरूर करें.

4th summer tips है अपने डॉक्टर से सैल्विया (salvia) के बारे में बात करें:

सैल्विया (Salvia) एक प्रकार की जड़ी बूटी यानि हर्ब्स है जो शरीर में बढ़े हुए क्रिएटिनिन लेवल को कम करने का काम करती है। सैल्विया का सेवन करने से शरीर में ग्लोगेरुलर फिल्ट्रेशन रेट बढ़ता है जिससे क्रिएटिनिन को फिल्टर करने में फायदा मिलता है। सैल्विया में पाया जाने वाला लिथेस्पर्मेट-बी नामक तत्व शरीर से क्रिएटिनिन को बाहर निकालने में बहुत फायदेमंद होता है।

लेकिन सैल्विया के इस्तेमाल करने के तरीके के बारे में जानकारी पाने के लिए, अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर के साथ एक मीटिंग फिक्स कर लें। अपने डाक्टर से सलाह लिए बिना कभी-भी सैल्विया का इस्तेमाल न करें।

5th Summer Tips है अच्छी नींद लेना:

जी हाँ, जब आप सोते हैं, तब आपके शरीर के ज़्यादातर फंक्शन धीमे हो जाते हैं। इसमें शरीर का मेटाबोलिज़्म भी शामिल है। जिसकी वजह से, क्रिएटिन के क्रिएटिनिन में बदलने की रेट भी धीमी हो जाती है, जिससे कि ब्लड में पहले से ही मौजूद क्रिएटिनिन, एक्सट्रा टॉक्सिन्स के बनने से पहले ही फिल्टर होकर बाहर निकल जाता है।

  1. हर रात को कम से कम छह से नौ घंटों की नींद लिया करें, जिसमें सात या आठ घंटे की नींद एक आइडियल अमाउंट मानी जाती है।
  2. इसके अलावा, नींद पूरी नहीं होने या नींद की कमी की वजह से आपके पूरे शरीर के ऊपर फिजिकल स्ट्रेस पड़ता है और फिर आपके शरीर के हर एक हिस्से को एक नॉर्मल सा काम करने के लिये भी बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जिसकी वजह से, किडनी और ज्यादा स्ट्रेस में आ जाती है, जिसकी वजह से किडनी की क्रिएटिनिन को फिल्टर करके बाहर निकालने की क्षमता कम हो जाती है।

6th summar tips है अपने डॉक्टर से कुछ खास दवाओं को रोकने के बारे में पूछें

ऐसी कुछ दवाइयाँ मौजूद हैं, जिनका सीधा सम्बंध हाई क्रिएटिनिन लेवल्स से होता है। ऐसी दवाइयाँ, जो किडनी को डैमेज कर सकती हैं, वो आपके लिए खतरे की निशानी हो सकती हैं, लेकिन किडनी के इलाज के लिए यूज की जाने वाली दवाइयाँ भी प्रॉब्लम खड़ी कर सकती हैं।

  1. अगर आपको पहले से ही किडनी प्रॉब्लम्स हैं, तो फिर आइबुप्रुफेन (ibuprofen) जैसी Medicines को लेकर सावधान हो जाइए, क्योंकि अगर इन्हें Regularly Use किया जाए, तो ये किडनी को और भी ज्यादा डैमेज पहुंचा सकती है।
  2. एस इनहिबिटर्स (ACE inhibitors) और साइक्लोस्पोरीन (cyclosporine) ये दोनों ही किडनी की बीमारी के इलाज़ के लिये Use किये जाते हैं लेकिन ध्यान रहे, कि ये क्रिएटिनिन लेवल्स को बढ़ा भी सकते हैं।
  3. वैनेडियम (vanadium) जैसे कुछ Nutrition supplements भी क्रिएटिनिन लेवल को बढ़ा सकते हैं और इसी वजह से इन्हें अवॉइड करना चाहिए।
  4. किसी भी Medicine को लेना बंद करने से पहले, हमेशा अपने डॉक्टर से बात कर लेना चाहिए। जैसे कि इनमें से कुछ medicine क्रिएटिनिन के लेवल को बढ़ा सकती हैं, लेकिन कुछ अच्छी Medicines अभी भी, उनके प्रिस्क्राइब किए जाने की वजह के लिए जरूरी भी होती हैं।

7th summer tips है ऐसी दवाइयों और सप्लिमेंट्स के बारे में भी चेक करें जो मददगार हैं!

आपके क्रिएटिनिन लेवल के बढ़ने की वजह के और आपकी overall health को ध्यान में रखते हुए, आपके डॉक्टर शायद आपको क्रिएटिनिन लेवल को कम करने के लिये कुछ meditation और supplements को शामिल करने की Advice दे सकते हैं।

  • बहुत सी ऐसी medicines, जो क्रिएटिनिन लेवल्स को ट्रीट करती हैं, वो इन लेवल्स को बढ़ाने के पीछे की छिपी हुई वजहों को भी ट्रीट कर सकती हैं, इसलिए आपके डॉक्टर को आपके लिये जरूरी Medicine को तय करने से, पहले क्रिएटिनिन लेवल के बढ़ने के पीछे की छिपी हुई वजह को डायग्नोज़ करने की जरूरत होगी।

8th summer टिप्स है डायलिसिस (dialysis) को एक आखिरी ऑप्शन की तरह लेकर चलें 

अगर आपकी डाइट में किए हुए बदलाव और दवाइयाँ, आपके क्रिएटिनिन लेवल्स को कम नहीं कर पा रहे हैं, तो आपके डॉक्टर से डायलिसिस के बारे में बात करें। डायलिसिस के खास दो टाइप मौजूद हैं, लेकिन क्रिएटिनिन लेवल्स को कम करने के लिए यूज किए जाने वाले को हीमोडायलिसिस कहते हैं।

  • हीमोडायलिसिस में मशीन के जरिए आपके ब्लड से वेस्ट, फ्लुइड और साल्ट को फिल्टर किया जाता है, ताकि आपको डैमेज हुई किडनी को इस काम को न करना पड़े।

9 summer टिप्स है क्रिएटिन (Creatine) सप्लिमेंट्स से दूर रहें

क्योंकि क्रिएटिनिन, क्रिएटिन का एक वेस्ट प्रोडक्ट होता है इसलिये क्रिएटिन-सप्लिमेंट्स लेने से, आपके ब्लड में ज्यादा मात्रा में क्रिएटिनिन जमा होने लगेगा।

  • क्योंकि क्रिएटिनिन, क्रिएटिन का एक वेस्ट प्रोडक्ट होता है इसलिये क्रिएटिन-सप्लिमेंट्स लेने से, आपके ब्लड में ज्यादा मात्रा में क्रिएटिनिन जमा होने लगेगा।

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