नमस्कार, मैं श्रेया गुप्ता जिला मेरठ, उत्तर प्रदेश में रहती हूँ| वैसे तो मेरी जीवनशैली और Diet Plan काफी healthy है| लेकिन जब मैं 40 साल की हुई थी तब से मुझे डायबिटीज़ की शिकायत थी, इसके लिए मैं रोजाना दवा भी लेती थी| आप तो जानते ही होंगे कि उम्र के बढ़ने के साथ-साथ बीमारियों का बढ़ना भी शुरू हो जाती है| ठीक ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी हुआ| क्योंकि मेरा डायबिटीज़ के साथ ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगा था जिसके कारण मुझे किडनी की बीमारी का सामना करना पड़ा|
किडनी की बीमारी का पता मुझे तब चला, जब एक दिन में Magazine पढ़ रही थी| मुझे याद है शायद वो जुलाई का महिना रहा होगा| वैसे तो मेरठ में ज्यादा गर्मी नहीं पड़ती, लेकिन बरसात के दिनों में हालात खराब हो जाते है क्योंकि बारिश के कारण जगह-जगह पानी भर जाता है और ऐसे में डेंगू के साथ मलेरिया की बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है|
पता नहीं क्या हुआ? उस दिन मेरी अचानक तबीयत खराब सी होने लगी, मेरे सर में दर्द होने लगा और फिर मुझे चक्कर आने लगा उस दिन में घर जल्दी वापस आ गई थी| मुझे तो डर लग रहा था कि कहीं मुझे मलेरिया तो नहीं हो गया| मुझे घबराट भी होने लगी, जब सुबह सो कर उठी, तो मैंने देखा कि मेरे हाथ-पैर में सूजन है| मैं तुरंत घर के पास के नर्सिंग होम में गई, तो डॉक्टर से मिलने के बाद उन्होने मुझे सबसे पहले कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दी|
मेरा डायबिटीज़ और KFT का टेस्ट हुआ| टेस्ट की रिपोर्ट आने पर डॉक्टर ने मुझे बताया कि आपका ब्लड शुगर तो काफी बढ़ा हुआ है, जिसके कारण आपकी किडनी में इन्फेक्शन बढ़ गया है| इसके साथ ही किडनी का इलाज जल्द-से-जल्द करवाने की सलाह दी| किडनी में इन्फेक्शन की बात सुनकर तो मैं sock में पड़ गई|
मैंने तो बिल्कुल हताश सी हो गई थी कि अब मेरे साथ न जाने क्या होगा? फिर मेरे पति और बच्चों में मुझे बहुत समझाया कि आप चिंता मत करिए सब कुछ ठीक हो जाएगा अब आप आपका किडनी का ट्रीटमेंट करवाइए और दवाइयाँ लेने शुरू कर दीजिये| मैंने लगभग 1 साल तक किडनी में इन्फेक्शन की एलोपैथिक दवा खाई लेकिन उन दवाओं से मेरी तबीयत में ज्यादा फर्क देखने को नहीं मिला ऊपर से मेरा डायबिटीज़ भी बढ़ने लगा था|
फिर एक दिन मुझे दिल्ली से मेरी भाभी जी का फोन आया और वो मुझे तबीयत के बारे में पूछने लगी मैंने उन्हें सब कुछ बताया| उन्हें मुझे समझाया कि तुम के बार किडनी का आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट क्यों नहीं लेते? मैंने कहा, “ भाभी जी मैं एलोपैथिक की महंगी दवा ले रही हूँ उन दवाओं से तो कुछ असर नहीं पड़ रहा अब भला आयुर्वेदिक दवा से क्या होगा?|
मेरी भाभी जी ने मुझे कहा, “ देखों तुम्हारा ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है कि आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट से किडनी की समस्या ठीक नहीं होंगी क्योंकि हमारे पड़ोस में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को भी किडनी खराबी की शिकायत थी लेकिन उन्होने शुरूआत से ही कर्मा आयुर्वेदा से किडनी का आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट लिया और 6 महीने में ही वो बिल्कुल स्वस्थ हो गई थी|
फिर मैंने भी कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल के लिए ऑनलाइन एपोइंटमेंट बूक करवा ली| ऑनलाइन एपोइंटमेंट के दौरान मेरी मुलाक़ात डॉ. पुनीत से हुई, उन्होने मेरी सारी रिपोर्ट mail पर भेजने की सलाह दी| मेरी KFT रिपोर्ट देखने के बाद मुझे कम-से-काम 6 महीने तक आयुर्वेदिक दवा और बैलेंस डाइट प्लान फॉलो करने सलाह दी|
जैसा कि डॉ. पुनीत ने मुझे समझाया था मैं उसी तरह आयुर्वेदिक दवा समय पर लेती रही, 45 दिनों के अंदर ही मेरी तबीयत में काफी सुधार दिखाई देने लगा और मेरे हाथ-पैरों की सूजन भी कम हो गई| 5 महीने के बाद मैं पूरी तरह स्वस्थ हो चुकी थी| जिसके लिए मैं कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल के डॉ. पुनीत का धन्यवाद करती हूँ|
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