किडनी रोग का महिला के जीवन पर क्या असर पड़ता है?

दोस्तों, गलत लाइफस्टाइल के कारण आजकल लोगों में किडनी स्टोन, इंफैक्शन और अन्य समस्याएं बढ़ती ही जा रही है। लेकिन आपको बता दे कि किडनी से जुड़ी प्रॉब्लम पुरूषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है।

तो चलिये जानते है कि किडनी रोग का महिलाओं की लाइफ पर क्या असर पड़ता है?

किडनी शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती है। जब किडनी काम करना बंद कर देती है तो शरीर में बेकार पदार्थ जमा होने शुरू हो जाते हैं, जिससे आप किडनी की बीमारी की चपेट में आ जाती हैं|


मोटापे, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रैशर के कारण भी ज्यादातर महिलाएं किडनी डिसीज का शिकार हो जाती है। इसके अलावा ऐसे और बहुत से कारण है, जो महिलाओं में किडनी से जुड़ी प्रॉब्लम का खतरा बढ़ाते हैं। तो चलिए जानते हैं किडनी रोग के लक्षण, कारण और बचाव के तरीके, जिससे आप किडनी से जुड़ी परेशानियों से बच सकती हैं।

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किडनी रोग के लक्षण

  1. शरीर में खून की कमी
  2. पेशाब से खून आना
  3. भूख कम लगना
  4. थकान लगाना
  5. जी मिचलाना
  6. वजन में अचानक बदलाव आना
  7. हाई ब्लड प्रैशर

आइये चलिये जानते है आखिर महिलाएं किडनी रोग से क्यों होती हैं ज्यादा प्रभावित?

यूरिन इंफैक्शन, प्रजनना क्षमता में कमजोरी, तनाव आदि का असर किडनी पर पड़ता है, जिससे महिलाओं की किडनी खराब होने लगती हैं।

वहीं, गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में इक्लैम्पसिया के अलावा और भी बहुत-सी स्वास्थ्य संबंधी कमजोरियां आनी शुरू हो जाती है, जोकि किडनी डिसीज का कारण बनती है।

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इसके अलावा खून की कमी, पूरी नींद न लेना, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता की परेशानी औरतों में ज्यादा देखने को मिलती है, जो किडनी डिसीज का सबसे बड़ा कारण है।

चलिये अब जानते है कि महिलाओं में किडनी रोग होने के मुख्य कारण

महिलाओं की किडनी खराब होने का पहला कारण है अधिक देर तक पेशाब रोकना.......

महिलाओं की किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण ज्यादा देर तक पेशाब को रोककर रखना| जी हाँ, ऐसा खासकर तब होता है जब महिलाएं घर से बाहर जाती है और उन्हें बाहर कहीं भी ladies Toilet नहीं मिलता है जिसके कारण उन्हें काफी देर तक पेशाब होकर रखती है|

कुछ समय के बाद महिलाओं को देर तक पेशाब रोकने की आदत बन जाती है| लेकिन शायद महिलाएं ये नहीं जानती कि ज्यादा देर तक पेशाब रोकने से किडनी भी खराब हो सकती है क्योंकि ज्यादा देर तक पेशाब को रोकने से ब्लैडर भर जाता है और वह किडनी की तरफ चला जाता है। इससे बैक्टीरिया के कारण गुर्दे से जुड़ी समस्याएं हो जाती है। इसलिए महिलाएं ज्यादा देर तक पेशाब बिलकुल भी रोके क्योंकि ये आपकी कितनी खराबी का कारण भी बन सकता है|

महिलाओं की किडनी खराब होने का दूसरा कारण है ज्यादा मीठी चीजों का सेवन करना

जी हाँ, मीठी चीजें जैसे चॉकलेट, पैकेज्ड स्नैक्स और कोल्ड ड्रिंक में फ्रुक्टोज नाम तत्व होता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा फ्रुक्टोज का सेवन करने से यूरिक एसिड के स्तर भी बढ़ जाता है, जिससे किडनी खराब होने का खतरा रहता है।

महिलाओं की किडनी खराब होने का एक कारण ये भी है कि ज्यादातर महिलाएं अपने स्वास्थ के प्रति जागरूक नहीं होती, उन्हें जो भी मिलता है वो खा लेती हैं| आप तो जानते ही होगे कि लेडिज को मीठा खाना कितना पसंद होता है और खाना खाने के बाद बिना मीठा खाएं तो वो रह ही नहीं पाती| क्योंकि उन्हें ये नहीं पता होता कि मीठा खाने से वजन कितनी तेज़ी से बढ़ता है और एक समय के बाद मोटापा ही किडनी खराब होने का कारण बनाता है

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महिलाओं की किडनी खराब होने का तिसरा कारण है भरपूर नींद न लेना|

जैसा कि अपने देखा ही होगा कि घर के काम के चक्कर में अक्सर महिलाएं अपनी नींद पूरी नहीं कर पाती लेकिन आपको बता दें कि इससे आप किडनी से जुड़ी समस्याओं का शिकार हो सकती हैं क्योंकि भरपूर नींद न लेने से भी किडनी पर बहुत बुरा असर पड़ता है..........

इसलिए महिलाओं को कम-से-कम 8 घंटे नींद जरूर लेनी चाहिए क्योकि नींद पूरी नहीं होने के कारण भी शरीर पर बुरा असर पड़ता है जो महिलाओं की किडनी खराब होने का कारण बनती है|

महिलाओं की किडनी खराब होने का चौथा कारण है दर्द विवारक दवाओं का सेवन करना...

जी हाँ, आपको बता दें कि जरूरत से ज्यादा दर्द निवारक दवाओं का सेवन करना भी किडनी के लिए हानिकारक है। यह दवाइयां किडनी को नुकसान पहुंचाकर इंफैक्शन या किडनी फैलियर का कारण बन सकती है।

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महिलाओं की किडनी खराब होने का पाचवां करना है हाई ब्लड प्रेशर

आपको हमेशा अपने ब्लड प्रैशर को कंट्रोल में रखना चाहिए। क्योंकि हाई ब्लड प्रैशर गुर्दे के खराब होने का सबसे मुख्य कारण है।

महिलाओं की किडनी खराब होने का छठा कारण है कम पानी पीने की आदत

वैसे तो हर किसी को दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। मगर महिलाएं बिजी होने और प्यास न लगने के कारण पानी पीना जरूरी नहीं समझती, जो किडनी डिसीज का खतरा बढ़ा देता है। अधिक पानी पीने से किडनी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।

तो चलिये जानते है कि किडनी रोग का महिलाओं के जीवन में क्या असर पड़ता है|

किडनी रोग के कारण महिलाओं में पीरियड्स से जुड़ी परेशानी देखने को मिलती है|

जी हाँ, जब एक महिला को ckd होती है तो सबसे पहले उसे पीरियड्स समय पर नहीं होते| क्योंकि किडनी खराबी की बढ़ने पर एक बार जब वह डायलिसिस शुरू करती है तो उसके पीरियड्स पूरी तरह से रुक भी सकते हैं.......

क्योंकि गुर्दा का कार्य सामान्य से 20 प्रतिशत से नीचे चला जाता है, इसलिए एक महिला के गर्भ धारण करने की संभावना कम होती है क्योंकि डायलिसिस करवाने के गुर्दे के सभी कार्य नहीं करता है। शरीर सामान्य किडनी की तुलना में अपशिष्ट उत्पादों का उच्च स्तर रखता है, जो अंडे के उत्पादन को रोक सकता है और मासिक धर्म को प्रभावित कर सकता है।

किडनी रोग के कारण महिलाओं की सेक्स लाइफ होती है प्रभावित......

जब किसी महिला को किडनी रोग होता है तो उनके शरीर में हार्मोन्स में बदलाव आना शुरू हो जाता है जिसके कारण उनकी सेक्स करने की इच्छा में कमी आने लगती है..........

क्योंकि किडनी की खराबी बढ़ने के कारण महिला के शरीर में हार्मोन्स का निर्माण नहीं होता है जिससे महिला की योनि में सूखापन आ जाता है और सेक्स करते समय योनि में दर्द ज्यादा दर्द होता है जिसके कारण संभोग ठीक से नहीं हो पाता और धीरे-धीरे सेक्स करने की इच्छा बिलकुल खत्म सी हो जाती है|

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अब आप समझ ही गए होंगे कि किडनी रोग का महिलाओं के जीवन में कितना खतरनाक असर पड़ता है .... इसलिए अधिक देर तक पेशाब रोके, ज्यादा मीठी चीजों का सेवन न करे इसके साथ ही दर्द विवारक दवाओं का सेवन महिलाएं को, डॉक्टर की सलाह पर करनी चाहिए| आप खराब किडनी को ठीक करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार भी ले सकते है क्योंकि आयुर्वेदिक उपचार से किडनी को किसी भी प्रकार का साइडिफेक्ट का खतरा नहीं होता है| आयुर्वेदिक औषधियों के साथ बैलेस डाइट में फलों को लेने से आसानी से खून को बढ़ाया जा सकता है| इसलिए आयुर्वेदिक उपचार लेने से किडनी फेलियर खून को बढ़ा सकते है|

अगर आपकी किडनी में कोई भी समस्या है तो इसको अनदेखा न करें और अगर आप अपनी किडनी के लिए इलाज लेना चाहते हैं तो आयुर्वेदिक इलाज़ सबसे सुरक्षित है| क्योंकि आयुर्वेदिक इलाज़ में आपकी किडनी को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता...आयुर्वेदिक इलाज़ पूरी तरह प्राकर्तिक है, जो अपना काम पूरा प्राक्रतिक तरीके से करता है| अगर आप किडनी के लिए सबसे अच्छा आयुर्वेदिक उपचार चाहते हैं तो इसके लिए आप कर्मा आयुर्वेदा से संपर्क कर सकते हैं|

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