कितने प्रकार का होता है ओवेरियन कैंसर और क्या है इसका इलाज - What are the types of ovarian cancer and what is its treatment?

कैंसर के मरीजों की बढ़ती संख्या दुनियाभर के लिए चिंता का विषय बनी हुई है| कैंसर ऐसी बीमारी है जो महिलाओं में सबसे ज्यादा होती है| जिसमें ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के बाद तीसरे नंबर पर ओवेरियन कैंसर या यूटेरस कैंसर है| ओवेरियन कैंसर (Ovarian Cancer) की वजह से मौत भी बहुत ज्यादा देखने को मिलती हैं| ज्यादातर महिलाओं में ओवेरियन कैंसर (Ovarian Cancer) की बीमारी में यह देखा गया है कि उन्हें इसके संकेत अंत में दिखाई देते हैं| तब तक उनकी बीमारी इतनी अधिक बढ़ जाती है कि बचने की संभावना कम हो जाती है| ओवेरियन कैंसर (Ovarian Cancer) को अंडाशय का कैंसर भी कहते हैं| यह समस्या सबसे पहले अंडाशय में शुरू होती है| इसमें मौजूद फैलोपियन ट्यूब में इस कैंसर की कोशिकाएं विकसति होनी शुरू होती हैं, और धीरे-धीरे यह बढ़ने लगती हैं| ओवेरियन कैंसर एक जल्दी बढ़ने वाला कैंसर है जिसका ज्यादातर महिलाओं को तीसरे या चौथे स्टेज में पता चलता है|


ओवेरियन कैंसर के प्रकार:

महिलाओं के शरीर में मौजूद अंडाशय हो एक प्रजनन ग्रंथियां होती हैं, और यह अंडों का उत्पादन करती हैं| ओवेरियन में होने वाला कैंसर बहुत ही गंभीर बीमारी है| इसको बहुत घातक माना जाता है| करीब 90 प्रतिशत महिलाओं में इस समस्या के लक्षण न के बराबर दिखाई देते हैं| और आखिरी स्टेज में पहुंचने के बाद ही इसका पता चलता है|

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1. एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर (Epithelial Ovarian Cancer)

इसे सबसे आम ओवेरियन कैंसर माना जाता है, महिलाओं में ओवेरियन कैंसर की समस्या में सबसे ज्यादा एपिथेलियल ट्यूमर की ही मौजूदगी होती है|

Medicine for Ovarian Cancer

2. अंडाशयी टेराटोमा (Ovarian Teratoma)

यह ओवेरियन कैंसर 20 साल से लेकर 25 साल की उम्र वाली महिलाओं में देखने को मिलता है|

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3. अंडाशयी ग्रैनुलोसा ट्यूमर (Granulosa Tumour Of The Ovary)

इस समस्या में एक प्रकार से स्ट्रोमल ट्यूमर मौजूद होते हैं, और इस कैंसर का इलाज भी बहुत कम हो पाता है|

4. प्राइमरी पेरिटोनियल कैंसर (Primary Peritoneal Cancer)

यह ओवेरियन कैंसर महिलाओं में बहुत कम देखने को मिलता है|

5. फैलोपियन ट्यूब कैंसर (Fallopian Tube Cancer)

यह ओवेरियन कैंसर ऐसा है कि इसके होने की संभावना भी कम होती है और इसका इलाज भी कठिन होता है|

6. बॉर्डरलाइन ओवेरियन ट्यूमर (Borderline Ovarian Tumours)

इस समस्या में ओवरी में असामान्य रूप से ट्यूमर की कोशिकाएं फैलने लगती हैं| जो अंडाशय के बाहरी ऊतकों में फैल जाती हैं| जिसको दूर करने के लिए सर्जरी का सहारा लिया जाता है|

ओवेरियन कैंसर के लक्षण:

  • पेल्विक एरिया में गंभीर दर्द..
  • शरीर के निचले हिस्से में दर्द..
  • अपच और गैस की समस्या..
  • भोजन न करने के बाद भी पेट भरा हुआ लगना..
  • पेट और पीठ में गंभीर दर्द..
  • मल त्याग करने में दिक्कत..
  • बार-बार यूरिन आना..
  • पेट फूलने की समस्या होना..

ओवेरियन कैंसर के स्टेज (Stages of Ovarian Cancer in Hindi)

किसी भी तरह के कैंसर की समस्या होने पर उसके स्टेज से यह पता चलता है कि यह कैंसर शरीर में कितना फैल चुका है| कैंसर के स्टेज का पता चलने के बाद ही इसका सही इलाज़ हो सकता है| ओवेरियन कैंसर को मुख्य 4 स्टेज में बांटा गया है|


स्टेज 1:

इस स्थिति में कैंसर आपके अंडाशय तक ही सीमित रहता है और कैंसर टिश्यूज का निर्माण शुरू होता है|

स्टेज 2:

कैंसर की इस स्टेज में कैंसर की कोशिकाएं फलनी शुरू हो जाती हैं|

स्टेज 3:

इस स्टेज में कैंसर की समस्या पेट तक जा चुकी होती है|

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स्टेज 4:

इस स्थिति में कैंसर गंभीर रूप से अंडाशय समेत पेट और पेट से बाहर फैल चुका होता है|

ओवेरियन कैंसर के लिए इलाज़:

अगर आप ओवेरियन कैंसर का इलाज़ चाहते हैं तो इसके लिए आयुर्वेदिक इलाज़ ले सकते हैं| आयुर्वेदिक इलाज़ पूरी तरह प्राक्रतिक है जिसका आपके शरीर में कोई दुष्प्रभाव नहीं होता|

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