कैसे पता करे की किडनी खराब है? - How To Know If Kidney is Bad?

किडनी खराब होने के कई कारण होते हैं। इनमें अनजाने में गंदा या इंफेक्टेड पानी पी लेना, कुछ ऐसा खा लेना जिसमें हार्मफुल बैक्टीरिया पनप चुके हों और हमें पता ना चला हो| साथ ही कई दवाइयों के खाने से हुआ खराब भी किडनी को बीमार बना देता है|

तो चलिये जानते है कि जब किडनी में खराब हो जाता है तो हमारा शरीर कैसे संकेत देता है?

सबसे पहले हम जानेंगे कि आखिर क्यों होता किडनी में खराब?

आपको बता दें कि गलत खान-पान के अलावा कई बार ब्लैडर खराब और यूरिन के शरीर से बाहर निकालने वाली ट्यूब भी किडनी खराब के कारण हो सकते हैं। ऐसे केस में बैक्टीरिया ब्लेडर में पनपता है और बढ़ते-बढ़ते किडनी तक पहुंच जाता है।

किडनी खराब यूटीआई का ही एक पार्ट माना जाता है। लेकिन यह यूटीआई का गंभीर रूप और परिणाम है। इसलिए किडनी खराब को 'कॉम्प्लिकेटेड यूटीआई' भी कहा जाता है।

किडनी खराब के लक्षण

किडनी में होने वाले ज्यादातर खराब का संकेत हमारा शरीर यूरिन के जरिए देता है। यूरिन का रंग, स्मेल और मात्रा या यूरिन पास करने के दौरान होनेवाली असहजता के आधार पर यह पता लगाया जा सकता है कि किडनी में इंफेक्श हो गया है| लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि किडनी खराब के लक्षण केवल यूरिन द्वारा ही पता किए जा सकते हैं। कई बार तेज बुखार और बहुत अधिक सर्दी लगना भी किडनी खराब की तरफ इशारा हो सकता है। हालांकि इनके साथ ही अन्य लक्षण भी दिखाई पड़ते हैं|

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कमर दर्द और नोज़िया

कमर के निचले हिस्से में लगातार हल्का या तेज दर्द बना रहना भी किडनी खराब का एक लक्षण हो सकता है। हालांकि यूरिन से जुड़ी दिक्कत लगभग हर अन्य लक्षण के साथ दिखाई देती है| इसके साथ ही व्यक्ति को मन खराब होना, कुछ खाने की इच्छा ना करना, लगातार ऐसा महसूस होना कि अभी उल्टी आ जाएगी...ये सब भी किडनी खराब से जुड़े हो सकते हैं|

यूरिन कलर से पहचानें किडनी खराब

अगर आपके यूरिन का कलर साफ और ट्रांसपैरंट पानी की तरह ना होकर धुंधला है और इसे पास करते समय आपको स्मेल भी आ रही है तो यह किडनी खराब का संकेत हो सकता है| यूरिन का रंग हल्का गुलाबी या हल्का लाल लगने पर आपको सतर्क हो जाना चाहिए। क्योंकि यूरिन के ऐसे रंग का अर्थ है कि आपके पेशाब के साथ मिलकर बॉडी से ब्लड की कुछ मात्रा आ रही है| यूरिन का रंग गुलाबी या लाल होना इस तरफ इशारा करता है कि आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में ब्लीडिंग यानी खून का रिसाव हो रहा है। इसलिए तुरंत डॉक्टर से बात करें|

लगता है लेकिन यूरिन आता नहीं

यूरिन इंफेक्शन और किडनी खराब में यह बहुत ही कॉमन लक्षण है कि इस दौरान व्यक्ति को लगता है कि उसे बहुत तेज यूरिन आ रहा है लेकिन जब वह यूरिन पास करने की कोशिश करता है तो पेशाब नहीं आता। लेकिन पेशाब आने के प्रेशर का अहसास लगातार होता रहता है| यदि कुछ लोगों को बार-बार अहसास होने के बाद पेशाब आता भी है तो इसकी मात्रा बहुत कम होती है और पेशाब करते समय तेज जलन और चुभन होने की समस्या होती है|

पेल्विक एरिया में दर्द

पेल्विक बोन के ऊपर हिस्सा पेल्विक एरिया कहलाता है। यानी आपकी नाभि के नीचे और प्राइवेट पार्ट के बीच का हिस्सा। जहां शरीर का ऊपरी हिस्सा शरीर के निचले हिस्से के साथ जुड़ता है। किडनी खराब होने की स्थिति में व्यक्ति को पेल्विक एरिया में दर्द हो सकता है। यह दर्द हल्का भी हो सकता है तेज भी। कुछ लोगों को यह दर्द अचानक उठता है जबकि कुछ में खराब होने के बाद लगातार बना रह सकता है।

चलिये अब जानते है कि किडनी खराब होने पर क्या खाएं?

1. लाल शिमला मिर्च (Red Capsicum)

यह सब्जी हमेशा आपके खाने में स्वाद को जोड़ती है चाहे आप इसे बेक करें, रोस्ट करें, या स्टफ्ड बनाएं| शिमला मिर्च खून में मौजूद कचरे को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने में मदद करती है, जिससे यह आसानी से बॉडी से बाहर निकल जाते है| इसलिए किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए यह परफेक्ट वेजिटेबल है। लेकिन खाने से आप यह जरूर देख लें कि आप लाल शिमला मिर्च ही खा रहे है|

2. अंडे का सफेद भाग (Egg White)

अगर आपको किडनी की समस्या है, तो आपको कम फास्फोरस वाले प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इसके लिए आप अंडे के सफेद भाग का सेवन कर सकते हैं| क्योंकि इनमें प्रोटीन के अन्य स्रोतों की तुलना में स्वस्थ प्रोटीन पाया जाता है साथ ही इसमें फास्फोरस कम होता है। ध्यान रखें कि किडनी की समस्या वाले लोगों को अंडे की जर्दी से बचना चाहिए।

3. गोभी (Cauliflower)

फूलगोभी पकाने का सबसे सरल तरीका यह है कि आप इसे पहले उबालें और फिर काली मिर्च और नमक डालकर खाएं| यह फूलदार सब्जी आपके बॉडी में मौजूद waste Product के लिए एक दुश्मन है। फूलगोभी में इंडोल )indoles) ग्लूकोसाइनोलेट्स (glucosinolates) और थायोसाइनेट्स (thiocyanates) जैसे कम्पाउंड्स होते हैं जो आपकी बॉडी से सभी टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं। इसलिए किडनी की समस्या में आपको डाइट में गोभी का सेवन करना फायदेमंद होता है|

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4. बेरीज़ (Berry)

बेरीज़ जैसे स्ट्रॉबेरी, रैस्पबेरी, क्रैनबेरी, और ब्लूबेरी किडनी के स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती हैं। बेरीज़ में एलीजिक एसिड नामक फाइटोन्यूट्रिएंट्स की गुडनेस होती है जो सेल्स को डैमेज होने से रोकने के लिए बॉडी में फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने में मदद करते है| इसके साथ ही इनमें एंथोसायनिन, एंटीऑक्सीडेंट नामक फ्लेवोनोइड होते हैं जो बॉडी के सभी फंक्शन्स को बेहतर करते हैं और इम्यूनिटी को बूस्ट करते है| इसलिए बेरीज़ किडनी की बीमारी से लड़ने में फायदेमंद साबित होती है|

5. प्याज (Onion)-

प्याज में बेहद फायदेमंद फ्लेवोनॉयड्स होते हैं, विशेष रूप से क्वेरसेटिन जो कि एक पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट है| यह कई कैंसर से बचाव करने के साथ-साथ किडनी के स्वास्थ्य को भी बेहतर करता है। प्याज में पोटेशियम कम मात्रा में होता है और यह क्रोमियम का एक अच्छा स्रोत है। क्रोमियम एक मिनरल है जो कार्बोहाइड्रेट, फैट और प्रोटीन को मेटाबॉलाइज़ करने में मदद करता है।

6. लहसुन (Garlic)

शायद किडनी रोगी को इस बात की जानकारी नहीं होती कि लहसुन उनके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक बेहद फायदेमंद फूड है| क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और बॉडी में इंफ्लेमेशन को कम करने में भी मददगार हैं। इसलिए किडनी की समस्या में लहसुन का सेवन करने से किडनी की बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है|

7. अनानास

यह खास फल आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद कर सकता है। अनानास पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद होता है| क्योंकि इसमें बहुत कम पोटेशियम और ज्यादा फाइबर होता है जिसकी वजह से यह किडनी के लिए बेहतरीन फल है। किडनी की बीमारी से ग्रसित लोगों को इसका सेवन करना चाहिए, क्योंकि इसमें ब्रोमलेन होता है जो इसमें फायदेमंद माना जाता है।

ध्यान रखें: किडनी खराब होने पर आहार लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करना चाहिए|

अब आप समझ ही गए होंगे कि जब किडनी में खराब हो जाता है तो हमारा शरीर कैसे संकेत देता|

आप किडनी की खराबी को ठीक करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार भी ले सकते है क्योंकि आयुर्वेदिक उपचार से किडनी को किसी भी प्रकार का साइडिफेक्ट का खतरा नहीं होता है| आयुर्वेदिक औषधियों के साथ बैलेस डाइट में फलों को लेने से आसानी से खून को बढ़ाया जा सकता है| इसलिए आयुर्वेदिक उपचार लेने से किडनी फेलियर खून को बढ़ा सकते है|

अगर आपकी किडनी में कोई भी समस्या है तो इसको अनदेखा न करें और अगर आप अपनी किडनी के लिए इलाज लेना चाहते हैं तो आयुर्वेदिक इलाज़ सबसे सुरक्षित है| क्योंकि आयुर्वेदिक इलाज़ में आपकी किडनी को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होत| आयुर्वेदिक इलाज़ पूरी तरह प्राकृतिक है, जो अपना काम पूरा प्राकृतिक तरीके से करता है|

अगर आपकी किडनी में कोई भी समस्या है तो इसको अनदेखा न करें और अगर आप अपनी किडनी के लिए इलाज लेना चाहते हैं तो आयुर्वेदिक इलाज़ सबसे सुरक्षित है| क्योंकि आयुर्वेदिक इलाज़ में आपकी किडनी को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होत| आयुर्वेदिक इलाज़ पूरी तरह प्राकृतिक है, जो अपना काम पूरा प्राकृतिक तरीके से करता है|

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अगर आप किडनी के लिए सबसे अच्छा आयुर्वेदिक उपचार चाहते हैं तो इसके लिए आप कर्मा आयुर्वेदा से संपर्क कर सकते हैंतो आज के लिए सिर्फ इतना ही|

अब मैं आपसे विदा लेता हूँ और मैं फिर आऊंगा एक नए विषय के साथ तब तक के लिए नमस्कार...

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