प्रकृति ने हमें औषधियों का भंडार उपहार के रूप में दिया है| शायद आपको पता भी नहीं होगा कि आपके आस-पास कितनी भारी संख्या में ऐसे पेड़ और पौधे मौजूद है जो किसी औषधि से कम नहीं है| आपने अब तक जमीन पर उगने वाले पेड़ पौधों को ही देखा होगा लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य भी होगा कि जमीन के नीचे या समुद्र में भी पौधे पाये जाते है जो किसी औषधि से कम नहीं है| जिनका इस्तेमाल हमारे स्वास्थ्य को कई तरीके से लाभ पहुंचा सकता है। इन्हीं में से एक है, स्पिरुलिना। यह एक एल्गी यानी पानी में पाई जानी वाली वनस्पति है, जिसका नाम आपके लिए नया हो सकता है, लेकिन इसका इस्तेमाल सालों से आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता रहा है।
अब आप सोच रहे होगे आखिर ये स्पीरुलिना क्या है? आप बिल्कुल अपने दिमाक पर ज़ोर मत दीजिये क्यों आज हम आपको स्पिरुलिना से जुड़ी सारी जारकारी देंगे स्पिरुलिना जल में पाई जाने वाली वनस्पति (एल्गी) है। यह ताजे पानी में पायी जाती है। इसे हरी-नीली एल्गी के नाम से भी जाना जाता है। यह अपने शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति भी करता है इसलिए स्वास्थ्य लाभ की वजह से काफी प्रयोग में लाई जाने लगी है। भले ही सिपृलिना के नीले-हरे शैवाल के स्वाद में गंध होती है लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है| जैसे करेला का स्वाद कड़वा होता है लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है|
1. किडनी कैंसर से बचाव के लिए स्पिरुलिना
स्पिरुलिना में फाइकोसाइनिन नामक यौगिक पाया जाता है। यह यौगिक कैंसर के जोखिम को और इससे बचाव में कुछ हद तक मदद कर सकता है आयुर्वेदिक शोध में सिद्ध हुआ हैं कि स्पिरुलिना शरीर में कीमोप्रिवेंटिव कैंसर से बचाव करता है क्योंकि स्पिरुलिना में पाया जाने वाला यौगिक फाइकोसाइनिन शरीर में कीमोप्रेवेंटिव केंसर सेल्स को पनपने से रोकता है| लेकिन हम आपको यह भी बता देना चाहते है कि कैंसर एक घातक बीमारी है, इसका इलाज किसी घरेलू नुस्खे से संभव नहीं है। अगर कोई इस बीमारी से ग्रस्त होता है, तो सबसे पहले केंसर की जांच करवाये और डॉक्टर द्वारा बताई गई औषधियों का सेवन करें| क्योंकि स्पिरुलिना के सेवन से केंसर से बचाव होता हैं यह किडनी केंसर के उपचार की दवा नहीं है|
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2. इंफ्लेमेशन से बचाव करे स्पिरुलिना
स्पिरुलिना अपने कई गुणों के लिए जाना जाता है, जैसे इम्यूनोमॉड्यूलेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीकैंसर, एंटीहाइपरलिपिडेमिक और एंटीडायबिटिक गुण। वहीं, इन्ही में से एक एंटी-इन्फ्लामेट्री भी है। दरअसल, इसका मुख्य घटक फाइकोसाइनिन है, जो एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध होता है। इसलिए, कहा जा सकता है कि स्पिरुलिना शरीर में इंफ्लेमेशन को रोकने व नियंत्रित करने में एक अहम भूमिका निभा सकती है। स्पिरुलिना में मौजूद एंटी इंफ्लामेशन गुण गठिया के उपचार में भी सहायक हो सकते हैं|
3. आंखों के लिए उपयोगी स्पिरुलिना:-
जब आंखों पर अधिक प्रकाश पड़ता है, तो उससे आंखों पर ऑक्सीडेटिव तनाव का प्रभाव पड़ता है, जिससे अंधापन हो सकता है। इससे बचने के लिए स्पिरुलिना का उपयोग किया जा सकता है। दरअसल, स्पिरुलिना में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण आंखों को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के बचा सकते हैं और कम होती आंखों की रोशिन के जोखिम से बचा सकते हैं। वहीं, स्पिरुलिना आंखों से जुड़ी बीमारी जैसे मोतियाबिंद और डायबिटीज की वजह से आंखों को होने वाले नुकसान से भी बचाव का काम कर सकती है|
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4. बालों के लिए स्पिरुलिना के फायदे:-
बालों का बढ़ना एकदम से रुकने की वजह शरीर में जरूरी पोषक तत्वों जैसे प्रोटीन, फैटी एसिड और आयरन की कमी भी हो सकती है। इसलिए, पोषक तत्वों का खजाना स्पिरुलिना को बालों की ग्रोथ के लिए लाभदायक माना जाता है। इसमें बालों के लिए आवश्यक पोषक तत्व मौजूद हैं, जिसके कारण यह इन तीनों की कमी को पूरा कर सकती है। इससे झड़ते बालों की समस्या से आराम मिल सकता है|
5. इम्यून सिस्टम को बूस्ट करे स्पिरुलिना:-
पोषक तत्वों की कमी के कारण आपका शरीर कमजोर पड़ जाता है ऐसे में आपका इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है| एक समय के बाद आप खुद को बीमारियों से घिरा पाते हैं क्योंकि जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है उन्हें कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है| अगर आप कमजोर इम्यून सिस्टम की समस्या से परेशान है तो ऐसे में स्पिरुलिना का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि स्पिरुलिना आपके शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को विकसित करने का काम करता है यह आपको बीमारियों से बचाने का काम भी करता है|
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6. ब्लड शुगर को नियंत्रित करें स्पिरुलिना:-
कहीं आप भी बढ़ते ब्लड शुगर की समस्या से परेशान तो नहीं है और लंबे समय से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने की दवा भी रहे है लेकिन उनसे भी किसी प्रकार का कोई आराम नहीं मिल रहा है ऐसे में स्पिरुलिना का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि स्पिरुलिना में ऐसे औषधीय गुण पाये जाते है जो आपके बढ़ते ब्लड शुगर को नियंत्रित करने का काम करते है इसलिए ब्लड शुगर की समस्या से बचने के लिए आप आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर स्पीरुलीन दवा या पाउडर का सेवन कर सकते है|
7. पाचन शक्ति बेहतर करे स्पिरुलिना:-
बात जब पाचन शक्ति बेहतर करने की हो, तो सबसे पहला नाम सामने आता है फाइबर। यह पाचन क्रिया मजबूत बनाते हैं और कब्ज से आराम दिलवा सकते हैं। वहीं, ये पेट में लंबे समय तक भरे रहने का एहसास बनाकर, वजन को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकते हैं। बता दें कि फाइबर से भरपूर होने के कारण, स्पिरुलिना कैप्सूल्स का सेवन पाचन शक्ति को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है|
Ayurvedic Kidney Disease Treatment
किडनी शरीर का सबसे संवेदनशील अंग हैं| इसलिए आपको अपने खाने पीने पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता होती हैं| आप अपने खाने में कम मसालेदार और विशेष रूप से सिमित मात्रा में नमक का सेवन करके किडनी की खराबी जैसी समस्या से खुद को बचा सकते हैं| यदि आपको किडनी संबंधी कोई परेशानी होती है तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें और डॉक्टर की सलाह पर ही दवाइयों का सेवन करें बिना किडनी की जाँच से खुद से कोई दवाई न खाएं ऐसा करना से आपकी किडनी की ख़राब होने की संभावना अधिक बढ़ जाती हैं| अपनी डाइट में संतुलित आहार का सेवन करें यदि आप किडनी संबंधी समस्या से ग्रसित हैं तो आयुर्वेदिक ओषधियों से भी आप उपचार करवा सकते हैं|
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