पलकों में सूजन क्यों होती है और क्या है इसका इलाज?

आंखें हमारे दिल का आइना होती हैं। यह line हमारी आंखों की important को बताती हैं। इसका मतलब है कि हमारा दिल यानि हमारे किरदार की छवि सामने वाले व्यक्ति पर सबसे पहले हमारी आंखों की मदद से ही बनती है। लेकिन, कई बार आंखों में swelling आने से आपके चेहरे की सुंदरता में कमी आ जाती है। आंखों में swelling कई वजह से आ सकती है। कुछ महिलाएं आंखों में swelling को छिपाने के लिए Make-up का सहारा भी लेती हैं। लेकिन, यह तरीका temporally होता है, क्योंकि असली beauty तो Natural होती है। इसलिए सही उपचार और टिप्स की मदद से आप आंखों में swelling कम या finish कर सकते हैं और अपनी natural सुंदरता को वापस प्राप्त कर सकते हैं।


पलकों में Swelling क्यों होती है?

जैसाकि हम जानते है कि हमारी आंखें बहुत ही sensitive होती हैं, जिनकी देखभाल करना बहुत जरूरी है। पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण, आपके द्वारा इस्तेमाल किए गए मेकअप, पानी, शारीरिक समस्याएं या बहुत सी अन्य चीजें आपकी आंखों में swelling का कारण बन सकती हैं। आंखों में swelling दो प्रकार से हो सकती है, जिसमें से पहला आपकी पलक में swelling या आंखों के ऊपरी हिस्से का सूज जाना और दूसरा आपकी आंखों के नीचे वाली हिस्से में swelling dark circle होना। कई बार, यह swelling कई गंभीर समस्याओं के कारण भी हो सकती है, जो कि आपकी आंखों को अंदर से भी नुकसान पहुंचा सकती है। कई बार इन समस्याओं की वजह से आपकी आंखों में खून उतर सकता है या आपकी आँखों की रोशनी पर negative effective पड़ सकता है। आइए, हम पालक में swelling या आंखों में swelling के कारण और उन्हें कम या खत्म करने के लिए तरीकों के बारे में जानते हैं।

इसें भी पढ़े - किडनी फेल्योर का आयुर्वेदिक इलाज

पलकों में Swelling के कारण

1. स्टाय (Stye)

पलकों में ग्लैंड में infection हो जाने के कारण स्टाय की समस्या होती है। कई बार यह समस्या आंख की पलकों में मौजूद हेयर फॉलिकल के इंफेक्शन की वजह से होती है। कभी-कभी यह संक्रमित ऑइल ग्लैंड की वजह से आपकी पलकों के अंदर swelling भी विकसित कर देता है। इसमें, आपकी आंखें लाल, उनमें खुजली और दर्द होने लगता है। जो कि आंखों के किनारों में एक पिंपल की तरह भी दिख सकता है।

2. एलर्जी

अगर आपकी पलकों में swelling के साथ आंखों में लाली, खुजली और पानी आता है, तो यह आंखों की एलर्जी के कारण हो सकता है। जिसका सबसे बड़ा कारण, धूल आदि एलर्जी होता हैं।

3. अत्यधिक रोना

ज्यादा रोने से आपकी आंखों और पलकों में मौजूद छोटी रक्त धमनियों को नुकसान पहुंच सकता है। रोने की वजह से पलकें सूज जाने का मतलब है कि आपकी पलकों में फ्लूइड की अधिकता हो गई है, जो कि रोने के दौरान Blood Flow के बढ़ जाने की वजह से होता है।

4. थकान

कई बार ज्यादा थकान होने के कारण आपकी पलकें सूजी हुई लगती हैं। इसके अलावा, पूरी रात वॉटर रिटेंशन होने की वजह से भी पलकों पर बुरा असर पड़ सकता है। जिसकी वजह से सुबह आपकी आंखों में swelling हो सकती है।

इसें भी पढ़े - किडनी स्टोन वाले Whey प्रोटीन यूज़ कर सकते हैं

5. कॉस्मेटिक्स

जब मेकअप करने के दौरान आंखों में skin Care या मेकअप प्रोडक्ट्स गलती से चले जाते हैं, तो आंखों में जलन हो सकती है और आंखों के नाजुक टिश्यू को परेशानी हो सकती है। जिसकी वजह से पलकें सूज जाती हैं।

6. ऑर्बिट सेलुलाइटिस

पलकों के अंदरुनी टिश्यू में infection हो जाने को ऑर्बिटल सेलुलाइटिस कहा जाता है। यह काफी जल्दी फैलता है और दर्दनाक होता है। इसमें इलाज की तुरंत आवश्यकता होती है। इसलिए अगर आपकी पलकों में दर्द, लाली और swelling होती है, तो यह इस बीमारी का भी कारण हो सकता है।

7. ब्लेफेराइटिस

कुछ लोगों की आंखों में और उसके आसपास दूसरे लोगों से ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं। जोकि ब्लेफेराइटिस की समस्या पैदा करते हैं। इस समस्या में ऑइली आइलिड और पलकों में डैंड्रफ जैसे तत्व होते हैं। कुछ लोगों को इस समस्या के कारण आंखों में swellingऔर दर्द का सामना करना पड़ता है।

8. आंखों के नीचे swelling के कारण

पलकों में swelling होने के कारण ही आंखों के नीचे swelling होने के कारण हो सकते हैं। जैसे- थकान, नींद का पूरा न होना, एलर्जी, अत्यधिक रोना आदि, लेकिन इसके अलावा पलकों में swelling होने के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं।

आंखों में Swelling के अन्य कारण

1. ज्यादा नमक का सेवन

आपकी डाइट में नमक और सोडियम की ज्यादा मात्रा आपके शरीर की बाहरी दिखावट के लिए अच्छी नहीं होती है। ज्यादा सोडियम का सेवन करने से आपके शरीर में वाटर रिटेंशन ज्यादा होने लगता है। जिसकी वजह से आपके चेहरे और शरीर में swelling आने लगती है। जो कि ज्यादा नमकदार खाना खाने के अगली सुबह होना आम बात है। क्योंकि आंखों के नीचे की त्वचा काफी नाजुक होती है और इसके damage होने की अधिक आशंका होती है, तो इसका सीधा असर आपकी आंखों के नीचे पड़ता है और आंखों में swelling आ जाती है।

2. स्मोकिंग

सिगरेट, सिगार या हुक्का पीने से आपकी आंखें खराब हो सकती है। इसके अलावा, आपको स्मोकिंग से एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है, जो आपकी आंखों से पानी आने और आंखों में swelling का कारण बन सकता है।

ayurvedic kidney treatment without dialysis in India

3. टियर डक्ट ब्लॉक होना

आपकी आंखों में मौजूद टियर डक्ट आंखों से आंसू निकालने और आंखों में प्राकृतिक नमी प्रदान करने का कार्य करते हैं। अगर वह ब्लॉक हो जाते हैं, तो फ्लूइड आपकी आंखों के आसपास इकट्ठा होने लगता है। जिसकी वजह से आंखों के नीचे swelling आने लगती है।

4. चोट

जैसा कि हमने ऊपर बताया कि आंखों के आसपास की त्वचा Sensitive होती है। इसलिए, अपने नाखून या किसी भी चीज से इसके चोटिल होने की अत्यधिक आशंका होती है। जिसके कारण आपकी आंखों में swelling आ सकती है।

पलकों में swelling और दर्द का इलाज

1. आंखों में swelling भगाने के लिए आपको रोजाना पर्याप्त नींद की आवश्यकता होती है। इसलिए आप रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें।

2. सोते हुए सिर को तकिए या किसी भी अन्य तरीके की मदद से थोड़ा ऊपर उठाकर रखें, ताकि फ्लूइड रिटेंशन न हो।

3. अगर आपको किसी चीज से एलर्जी होती है, तो उससे दूर रहें और अपनी एलर्जी की दवाओं का नियमित सेवन करते रहें।

4. आंखों में swelling डिहाइड्रेशन की वजह से भी होती है, इसलिए पर्याप्त पानी पिएं।

5. शराब का सेवन करने से शरीर में डिहाइड्रेशन बढ़ता है। इसलिए इसका सेवन बंद करें।

6. नमक का अत्यधिक सेवन आपकी आंखों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, इसे संयमित करें।

7. आंखों में swelling दूर करने के लिए swelling वाली जगह पर बर्फ से सिकाई करें।

8. अगर आपकी आंखों में swelling की समस्या ठीक नहीं हो रही है, तो डॉक्टर से बात करें।

9. कुछ लोगों की आंखें जेनेटिक फैक्टर की वजह से ऐसी होती हैं, इसलिए कई बार आपको इसे इसी तरह अपनाना होता है।

10. टी बैग को अपनी सूजी हुई आंखों पर रखें। क्योंकि टी में कैफीन होता है, जो कि आपकी आंखों के नीचे फ्लूड रिटेंशन को कम कर देता है।

11. ज्यादा समस्या होने पर अपने डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।

आंखों में लालिमा, खुजली और swelling के उपचार के लिए डॉक्टर नाफाजोलिन फेनिरामिन रिकमेंड कर सकते हैं। ध्यान रखें कभी भी डॉक्टर की सलाह के बिना खुद से दवा न लें।

Post a Comment

0 Comments