किडनी ख़राब में इन मसालों का सेवन न करें ! - Do Not Consume These Spices In Kidney Failure

किडनी ख़राब में इन मसालों का सेवन न करें ! - Do Not Consume These Spices In Kidney Failure

किसी भी खाने में मसाले न हों तो खाना बेस्वाद लगता है| जिसके कारण कई लोग मसालेदार और चटपटा खाना अधिक पसंद करते हैं| भारतीय आहारों में इतने सारे मसाले प्रयोग किये जाते हैं| कई मसालों का तो शायद हम नाम भी नहीं जाते होंगे| और कई मसाले तो ऐसे हैं जिनका नाम भी हमने नहीं सुना होगा| जब यही मसाले भोजन में डाले जाते हैं तो ये खाने के स्वाद को दोगुना बढ़ा देते हैं| लेकिन क्या आप जानते हैं आपका ऐसा चटपटा भोजन और मसालेदार खाना आपकी किडनी के लिए कितना हानिकारक है|



किडनी के मरीजों को आहार में हमेशा परहेज करने की जरूरत होती है, उन्हें ऐसे आहार दिए जाते हैं| जिनका सेवन उनकी किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है| इसी तरह उन्हें आहार बनाने में प्रयोग किये जाने वाले कई मसालों में भी बहुत परहेज करना पड़ता है| कई मसाले ऐसे होते हैं, जो स्वास्थवर्धक होते हैं, जिनका सेवन आपकी किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है| लेकिन जब बात किडनी के मरीजों की हो तो उन्हें इन सभी मसालों का सेवन वर्जित होता है|

किडनी के मरीजों को आहार बनाने में प्रयोग किये गए मसालों की सूचि बहुत छोटी है, क्योंकि किडनी के मरीज़ सभी मसालों का सेवन नहीं कर सकते|

इन मसलों का सेवन किडनी मरीजों के लिए वर्जित है:

दालचीनी:

दालचीनी एक ऐसा मसाला है, जिसकी खुशबू ही आपके खाने के स्वाद को बढ़ा देती है| यह एक ऐसा मसाला है, जिसका प्रयोग खाने का स्वाद तो बढ़ाता ही है साथ ही यह एक औषधि की तरह भी काम करता है| दालचीनी का सेवन आपको उन सभी बीमारीओं से दूर रखता है| जो आपकी किडनी में खराबी का कारण बन सकते हैं|

जैसे: डायबिटीज, कैंसर, हृदय रोग और शरीर में होने वाले इन्फेक्शन|

दालचीनी का सेवन आपके पाचन तंत्र को भी ठीक रखता है| साथ ही आपके दिमाग को भी एक्टिव बनता है| दालचीनी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और सिलेनियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनका सेवन आपके शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है| परन्तु यह मसाला किडनी के मरीजों को पूरी तरह वर्जित होता है|

मेथी:

मेथी का प्रयोग सब्जी बनाने से लेकर परांठे बनाने तक में किया जाता है| जहां ये खाने में स्वाद लेकर आती है, वहीँ आयुर्वेद के नजरिए से यह एक औषधि के रूप में भी काम आती है| मेथी का सेवन आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है| इसके साथ ही आपको शरीर में होने वाली कई सारी दिक्कतों को भी दूर करता है| इसका तेल आपको जोड़ों के दर्द से मुक्ति दिलाता है| लेकिन मेथी का सेवन किडनी के मरीजों को वर्जित होता है| किडनी के मरीजों को इसका सेवन नही करना चाहिए| क्योंकि मेथी में प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटैशियम और सोडियम जैसी कई पोषक तत्व होते हैं| जो डैमेज किडनी के काम को बढ़ा सकते हैं|

मेथी का सेवन आपको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर, अर्थराइटिस का दर्द, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने जैसी समस्याओं से दूर करता है|

जायफल:

जायफल प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, शुगर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे कई गुणों से भरपूर होता है| जिसका सेवन आपके स्वास्थ को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है| जायफल का सेवन आपको शरीर में अनावश्यक दर्द, अनिद्रा रोग, गठिया रोग, कैंसर, डायबिटीज, स्ट्रेस, और बढ़ते रक्तचाप जैसी समस्या को दूर करता है| इसके साथ ही यह आपके इम्मुन सिस्टम को भी मजबूत बनाता है| जिससे आप कम बीमार पड़ते हैं| इतने सारे फायदों के बाद भी किडनी के मरीजों को इस मसाले से परहेज करना होता है| इसमें कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो आपकी किडनी के काम में रुकावट डाल सकते हैं|

तेज पत्ता:

तेज पत्ता हर रसोई में आपको आसानी से मिलने वाला मसाला है| यह मसाला आपके बनाये गए आहर में जायका और खुशबू दोनों को पूरा करता है| तेज पत्ते का सेवन नहीं किया जाता बस इसको तकड़े में इस्तेमाल किया जाता है| जो आपके खाने में स्वाद को बढ़ाने का काम करता है| अगर बात आयुर्वेद की करें तो आपको जानकार हैरानी होगी कि आयुर्वेद में इस पत्ते को एक औषधि के रूप में जाना जाता है| तेज पत्ते में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और विटामिन-सी सही मात्रा में पाया जाता है| जिसका सेवन आपको स्वस्थ रखता है| कुछ लोग इसकी चाय भी पीते हैं, जो आपको सर्दी जुखाम जैसी परेशानी से दूर करती है|

तेज पत्ते का प्रयोग आपको ब्लड शुगर की समस्या, कैंसर, मोटापे, सांस लेने में तकलीफ, फंगल इन्फेक्शन, शरीर में सूजन, दांतों के दर्द, किडनी में स्टोन, और उच्च रक्तचाप जैसी समस्या से दूर करता है| लेकिन किडनी के मरीज़ इसका सेवन नहीं कर सकते| जिन्हें किडनी में स्टोन है वह इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से कर सकते हैं, लेकिन स्टोन के अलावा किसी को किडनी में कोई भी दिक्कत हो उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए|

कस्तूरी मेथी:

कस्तूरी मेथी स्वाद में थोड़ी कड़वी होती है, लेकिन इसका उपयोग आपके भोजन के स्वाद को दोगुना करने में अहम भूमिका रखता है| कस्तूरी मेथी इतने गुणों से भरपूर होता है, कि इसका प्रयोग न सिर्फ आपके आहार में स्वाद बढ़ाता है बल्कि आपकी सेहत को भी प्रभावित करता है| कस्तूरी मेथी आपके शरीर में कोलेस्ट्रोल को कम करने के साथ साथ आपके ब्लड में शुगर के स्तर को भी सामान्य रखता है| इसके साथ ही आप हार्ट से जुड़ी समस्या से परेशान नहीं होते| इतना ही नहीं यह शरीर में खून की कमी को दूर करता है जिससे आप एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी से बचे रहते हैं|

जावित्री:

जावित्री में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो आपको शरीरिक रूप से स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं| इसमें एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर और एंटीडायबिटिक गुण मौजूद होते हैं, जो आपको शरीर में होने वाली कई बीमारियों से दूर रखते हैं| जावित्री में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, फॉलेट, नियासिन, राइबोफ्लेविन, थियामिन, विटामिन ए, सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, कॉपर, आयरन और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो आपके शरीर को उन सभी समस्याओं से दूर रखते हैं जो आपकी किडनी के काम में प्रभाव डालते हैं|

इस बात में कोई दोराहे नही कि जावित्री का सेवन आपको किडनी खराबी से दूर रखता है लेकिन जिनकी किडनी में परेशानी है उन्हें इससे दूरी बनाकर रखना होता है|

सोंठ:

सोंठ एक ऐसा मसाला है जो अदरक को सुखा कर बनाया जाता है| सोंठ एक कारगर औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है| सोंठ प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, शुगर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटैशियम, सोडियम, जिंक और मैंगनीज के गुणों से भरपूर होता है जो आपके शरीर में होने वाली समस्याओं को दूर करता है| सोंठ का सेवन आपके शरीर में दर्द, सूजन, माइग्रेन, पेट और कमर दर्द, डायबिटीज और यूरिन संक्रमण के खतरे को दूर करता है| जिससे आप किडनी संक्रमण से भी दूर रहते हैं| लेकिन किडनी के मरीज़ इसका सेवन नहीं कर सकते| क्योंकि यह डैमेज किडनी के काम को बढ़ा सकता है|

Post a Comment

0 Comments