किडनी खराब होने पर क्या संकेत दिखाई देते हैं?

अगर हम शरीर के सबसे खास अंग की बात करें तो निश्चित रूप से किडनी ही होगी, क्योंकि यह हमारे शरीर बहने वाले रक्त को साफ करने का सबसे जरूरी काम करती है। रक्त को साफ करने के अलावा हमारे शरीर में रासायनिक संतुलन बनाएं करने में भी अहम् भूमिका अदा करती है। इतना ही नहीं किडनी हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने और लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने का भी करती है।ऐसे ही बहुत से महत्वपूर्ण कार्यों की वजह से यह हमारे शरीर के सबसे खास अंगों में शुमार है, लेकिन इसी के साथ-साथ यह हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग भी है।

क्योंकि यह कुछ बुरी आदतों और शरीर में हुए कुछ अनुचित बादलों के चलते कई समस्याओं की चपेट में बड़ी आसानी से आ जाती है और इसका परिणाम होता है किडनी की विफलता। जब भी किडनी खराब होती है तो रोगी को उस दौरान बहुत सी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसे आम भाषा में किडनी खराब होने के लक्षण या संकेतों के तौर पर देखा जाता है। आज इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे कि आखिर किडनी खराब होने पर क्या संकेत या दिखाई दे सकते हैं?

Chronic Kidney Disease Treatment in Ayurveda

किडनी खराब होने पर यह संकेत दिखाई देते हैं :-

जब किसी व्यक्ति की किडनी खराब होती है तो रोगी का शरीर बीमारियों के लिए किसीसरायके सामना बन जाता है।क्योंकि इस दौरान रोगी को काफी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।किडनी खराब होने पर निम्न वर्णित लक्षण या संकेत दिखाई देते हैं, जिनकी पहचान कर जल्द इस गंभीर बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है :-

पेट में दर्द होना – किडनी खराब होने पर रोगी को अचानक या लंबे समय से पेट दर्द की समस्या हो सकती है।इस दौरान रोगी को दांयी या बायीं तरफ दर्द होता है जो कि असहनीय या कम हो सकता है।यह किडनी खराब होने का बड़ा संकेत होता है, लेकिन किडनी में दर्द तक़रीबन पथरी होने पर सबसे ज्यादा होता है। बता दें कि यह दर्द वैसे तो पेट में होता है लेकिन यह दर्द कमर की तरफ महसूस होता है, क्योंकि किडनी कमर की तरफ होती है।

बार-बार उल्टियाँ आना – वैसे तो एक व्यक्ति को कई कारणों से उल्टियाँ आने की समस्या हो सकती है, जैसे – साधारण बुखार होने पर, पेट खराब होने पर या निर्जलीकरणहोने पर।लेकिन अगर किसी व्यक्ति को इन समस्याओं के अलावा बार-बार उल्टियाँ आती है तो यह किडनी खराब होने का संकेत हो सकता है, ऐसा होने पर तुरंत चिकित्सक से मिले।

भूख न लगना – किडनी खराब होने पर शरीर में रासायनिक संतुलन बिगड़ जाता है और दिन भर में कई बार उल्टियाँ आने की वजह से रोगी को भूख नहीं लगती। भूख न लगने की समस्याअन्य भी काफी कारणों की वजह से हो सकती है।

शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन आना – शरीर में सूजन आना किडनी खराब होने का सबसे बड़ा संकेत माना जाता है। इस दौरान यूरिया का स्तर और तरल उत्पादों का स्तर काफी बढ़ जाता है , क्योंकि किडनी उन्हें शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती जिसके कारण शरीरके कई हिस्सों में सूजन आ जाती है। किडनी खराब होने पर अक्सर कमर, आँखों के आसपास और विशेषकर पैरों में सूजन आ जाती है, यह विशेषकर यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने के कारण से होता है।

बार-बार पेशाब आने का एहसास होना – जब हम ज्यादा पानी या दूसरा कोई अन्य पेय उत्पाद का ज्यादा सेवन कर लेते हैं तो लाजमी है कि आपको बार-बार पेशाब आने का एहसास होगा और आएगा भी। लेकिन अगर आपको बिना पानी पियें बार-बार पेशाब आने का एहसास होने लगे मगर जोर लगाने पर भी यदि पेशाब न आए तो यह किडनी खराब होने का सटीक संकेत है।

रक्तचाप का उच्च रहना – रक्तचाप का उच्च रहना वर्तमान समय में एक आम सी समस्या बनती जा रही है, लेकिन अगर इसे काबू में न रखा जाए तो इससे गम्भीर परिणामों का सामना करना पड़ सकता है जिसमे किडनी खराब होना सबसे गंभीर है।उच्च रक्तचाप जहाँ एक तरह किडनी खराब होने का कारण है, वहीं दूसरी तरफ यह किडनी खराब होने का संकेत भी है।यदि किसी व्यक्ति का रक्तचाप तमाम उपाय करने के बाद भी काबू में नहीं आता तो यह किडनी खराब होने का संकेत हो सकता है।

झागदार पेशाब आना – यदि आपको पेशाब झागदार पेशाब आता है तो आपको अपनी किडनी जांच जरूर करवा लेनी चाहिए, क्योंकि प्रोटीन लोस की ओर साफ़ संकेत है। यह समस्या तकरीबन उस दौरान होती है जब शरीर में प्रोटीन की मात्रा अधिक हो जाए या फिर किडनी के नेफ्रोन ठीक से कम ना करें तो प्रोटीन पेशाब के जरिये शरीर से बाहर निकलने लगता है जिसकी वजह से रोगी को झागदार पेशाब आता है। यह भी किडनी खराब होने की ओर साफ संकेत होता है।

त्वचा में रैशेज़ और खुजली होना – वैसे तो त्वचा में रैशेज़ और खुजली होना त्वचा संबंधित समस्याएँ हैं, जिनका ऊपर सौन्दर्य उत्पादों से किया जा सकता है। लेकिन यह दोनों समस्याएँ किडनी खराब होने की ओर संकेत भी करते हैं। दरअसल, किडनी खराब होने पर शरीर में विषाक्त तत्व जमा हो जाते हैं जिसकी वजह से त्वचा के ऊपर रैशेज और खुजली होने लग जाती है, जिसे सौन्दर्य उत्पादों और घरलू उपायों से ठीक नहीं किया जा सकता। यह समस्या विशेषकर क्रिएटिनिन स्तर बढ़ने की वजह से होती है, जिसे आयुर्वेदिक औषधियों की मदद से कम कर इससे छुटकारा पाया जा सकता है।

मधुमेह का लगातार स्तर बढ़ना – जिस प्रकार उच्च रक्तचाप किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण है ठीक उसी प्रकार मधुमेह भी किडनी खराब होने के सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक है। अगर रोगी की किडनी मधुमेह की वजह से खराब हुई है तो उस दौरान इसका स्तर काफी बढ़ सकता है, जिसे काबू में कर पाना काफी मुश्किल होता है। लेकिन अगर आपकी किडनी मधुमेह की वजह से खराब नहीं हुई है तो आपको इस दौरान यह समस्या होने की आशंका न के बराबर होती है।

पेशाब करते हुए जलन होना – काफी बार ज्यादा मसालेदार ज्यादा खाने, कम पानी पीने या शराब-बियर पीने के बाद पेशाब करते हुए में जलन होने की समस्या हो जाती है। लेकिन अगर आपको बिना किसी कारण पेशाब करते समय मूत्र नलिका में जलन के साथ तेज दर्द हो तो यह मूत्र संक्रमण और किडनी विफलता की तरफ साफ संकेत होता है। आपको बता दें कि मूत्र संक्रमण पर काबू ना किया जाए तो आपकी किडनी जल्दी खराब हो सकती है।

पेशाब में गंध आना – आमतौर पर अगर आप लंबे समय तक पेशाब को रोक कर रखते हैं या कोई खास दवाएं लेते हैं तो आपके पेशाब में बदबू आने की समस्या हो सकती है।लेकिन अगर आपको बिना किसी कारण के पेशाब में बदबू आने की समस्या हो रही है तो इसका साफ़ मतलब है कि आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है। अगर आपको ऐसी समस्या हो रही है तो आपको तुरंत इस बारे में चिकित्सक से बात करनी चाहिए।

सांस लेने में तकलीफ होना - किडनी खराब होने पर शरीर मेतरल उत्पादों की मात्रा बढ़ने लगती है और साथ ही शरीर में रासायनिक संतुलन भी बिगड़ जाता है। यह पानी बाकि अंगों के मुकाबले फेफड़ों में अधिक जमा हो जाता है। फेफड़ों में पानी की अधिक मात्रा होने के कारण सांस लेने मेदिक्कत होने लगती है। अगर आपको अचानक से छाती में भारीपन लगने के साथ-साथ सांस लेने में समस्या होने लगे तो आपको तुरंत चिकित्सक से बात करनी चाहिए।

पेशाब का रंग बदल जाना - जब आप काफी समय के लिए अपने पेशाब को रोककर रखते हैं, कम पानी पीते हैं या कोई दवाएं लेते हैं तो अक्सर पेशाब का रंग पीला हो जाता है जो कि एक कुछ समय में सामान्य हो जाता है। लेकिन अगर आपके पेशाब का रंग बिना किसी समस्या के ही बदला जाता है तो आपको इस ओर ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि यह किडनी में आई समस्या का एक संकेत होता है।किडनी में समस्या आने पर रोगी के पेशाब का रंग हल्का पीला, गहरा पीला, गाढ़ा केसरी और यहाँ तक कि लाल भी हो सकता है। ध्यान दें , पेशाब का लाल होना पेशाब में खून के आने की ओर इशारा करता है।

तो यह थे वो कुछ संकेत जिनकी मदद से आप किडनी खराब है या नहीं इस बारे में जान सकते हैं।

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